Railway Station पर अब लॉकर में रखकर चार्ज करिए मोबाइल
भागदौड़ भरी जिंदगी में मोबाइल चार्ज ( Mobile Charge)न होने से लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ता है. Railway Stations पर मोबाइल चार्जिंग का तरीका बदल रहा है. यात्रियों को मोबाइल चार्ज के लिए न बिजली पॉइंट तलाशने होंगे और न ही उनके गुम होने का खतरा होगा. चार्जिंग के दौरान रेलवे स्टेशन (Railway Station) से मोबाइल के चोरी होने की समस्या खत्म हो जाएगी. रेलवे सुरक्षा के साथ मोबाइल चार्ज करने की सुविधा लाने की तैयारी कर रहा है..
चार्जिंग में लगाकर घूम सकेंगे,नहीं रहेगा चोरी का डर
रेलवे स्टेशन पर मोबाइल चार्जिंग मशीनें लगाई जा रही हैं. इस मशीन से सुरक्षित तरीके से यात्री मोबाइल चार्ज कर सकेंगे. इस मशीन में लॉकर बने होंगे. इसमें मोबाइल को चार्ज होता हुआ छोड़कर कोई भी यात्री जा सकता है. मोबाइल बहुत जल्द चार्ज होगा. एक घंटे की चार्जिंग के लिए 10 रुपये का नोट मशीन में डालना होगा. मोबाइल रखते समय लॉकर को पासवर्ड से खोला जाएगा. यात्री अपने मोबाइल को इस लॉकर में रखकर कहीं घूमने के लिए जा सकेंगे. बगैर लॉकर को खोले यह लोग देख सकेंगे कि मोबाइल कितना चार्ज हुआ है.
रेलवे स्टेशनों पर अब कियोस्क मशीनों के जरिए रेलवे मोबाइल को चार्जिंग की सुविधा के लिए मशीनें लगाई जा रही हैं.उत्तर मध्य रेलवे प्रथम चरण में 22 कियोस्क मशीनें लगाएगा. योजना है कि प्रयागराज जंक्शन समेत कानपुर, झांसी, आगरा, ग्वालियर समेत बड़े स्टेशनों पर पहले चरण में यह सुविधा दी जाए. मशीन में लगे लाकर में मोबाइल रखकर यात्री कहीं जाता भी है तो उसका मोबाइल सुरक्षित रहेगा. इन मशीनों का क्रियान्वयन इसी वर्ष एनसीआर के कई रेलवे स्टेशनों पर होने लगेगा.
ऐसे करेगा काम
एटीएम मशीन की तरह दिखने वाली इस मशीन में 24 लाकर होंगे. एक साथ सभी चार्ज हो सकेंगे. मोबाइल रखने के लिए पासवर्ड डालकर लाकर खोलना होगा. मोबाइल चार्ज करने के लिए दस रुपये की एक नोट मशीन में डालनी होगी। इससे बारकोड वाली एक स्लिप निकलेगी. मोबाइल वापस लेने के लिए यात्री को बारकोड वाली स्लिप स्कैन करनी पड़ेगी. इसके बाद लॉकर खुलेगा . स्क्रीन पर मोबाइल चार्जिंग का प्रतिशत बताता रहेगा. एक घंटे से अधिक समय बीतने पर दोबारा पैसे डालने पड़ेंगें.
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