पहले 12 नंबर से चूकी थी टॉपर शक्ति दुबे, फिर रच दिया इतिहास; पढ़िए UPSC टॉपर की पूरी कहानी

पहले 12 नंबर से चूकी थी टॉपर शक्ति दुबे, फिर रच दिया इतिहास; पढ़िए UPSC टॉपर की पूरी कहानी
यूपीएससी की ओर से घोषित किए गए सिविल सेवा परीक्षा 2024 परिणाम में प्रयागराज की शक्ति दुबे ने प्रथम रैंक प्राप्त किया है. पांचवे प्रयास में उन्हें यह सफलता मिली है. शक्ति दुबे पढ़ाई में बचपन से होनहार रही हैं.
एसएमसी घूरपुर में 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी किया. वह गोल्ड मेडलिस्ट रहीं. इसके बाद 2018 में बीएचयू से बायोकैमेस्ट्री में एमएससी किया. पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद शक्ति प्रयागराज आकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने लगीं. तैयारी के लिए बीच-बीच में दिल्ली भी जारी थीं. 2020 में कोरोना काल में प्रयागराज आ गईं. इसके बाद तैयारी जारी रखी. 2023 की परीक्षा में 12 नंबर कम होने पर उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया. इससे थोड़ी हताश हुईं, लेकिन हौसला नहीं खोया और तैयारी जारी रखी. कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने इतिहास रच दिया.
साइंस से लेकर सिविल सर्विस तक का सफर
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पहला स्थान प्राप्त करने वाली शक्ति दुबे ने यह साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत और मजबूत इच्छाशक्ति के दम पर कोई भी मंजिल पाई जा सकती है. उनका शैक्षणिक सफर साइंस के क्षेत्र से शुरू होकर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा के टॉप तक पहुंचा है.
2018 में शुरू की तैयारी
शक्ति दुबे ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी की पढ़ाई की, इसके बाद उन्होंने साल 2016 में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया. पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना देखा और साल 2018 से यूपीएससी की तैयारी में पूरी तरह जुट गईं.
ये चुने थे वैकल्पिक विषय
गौर करने वाली बात यह है कि साइंस बैकग्राउंड से होने के बावजूद शक्ति दुबे ने यूपीएससी परीक्षा के लिए राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध (Political Science & International Relations) जैसे विषय को अपना वैकल्पिक विषय (Optional Subject) चुना. यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद उनके घर परिवार खुशी की लहर दौड़ गई.
Shakti Dubey UPSC CSE Topper: प्रयागराज की शक्ति दुबे ने किया टॉप, बढ़ाया प्रयागराज का मान
मूलरूप से बलिया की हैं शक्ति दुबे
शक्ति के पिता देवेंद्र द्विवेदी डीपीएस व एडीसीपी ट्रैफिक के पेशकर के पद पर प्रयागराज में तैनात हैं. बेटी की सफलता से अत्यंत प्रसन्न हैं. मूलरूप से बलिया के रामपुर गांव के निवासी हैं. कहते हैं कि सफलता के पीछे कड़ा परिश्रम है.
शक्ति की जुड़वा बहन प्रगति भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं. जबकि छोटा भाई आशुतोष एमसीए कर रहा है. मां प्रेमा दुबे गृहणी हैं. सभी शक्ति की सफलता से प्रसन्न हैं. देवेंद्र बताते हैं कि पिछले वर्ष 12 नंबर से सफलता न मिलने के बाद शक्ति थोड़ा परेशान थीं, लेकिन हार नहीं मानीं, तैयारी में लगी रहीं और सफलता प्राप्त किया.
किया नाम रोशन बढ़ाया प्रयागराज का मान
प्रयागराज की बेटी शक्ति दुबे ने UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) परीक्षा में सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. शक्ति दुबे ने एयर इंडिया 1 के रूप में अपना स्थान बनाया और अपनी कठिन मेहनत, समर्पण, और लगन के साथ यह सफलता प्राप्त की…
शक्ति दुबे का यह ऐतिहासिक सफलता उनके परिवार, दोस्तों और पूरे जिले के लिए गर्व का विषय बन गई है. उनके इस प्रयास ने यह साबित कर दिया है कि अगर इरादा मजबूत हो तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। शक्ती की सफलता ने न केवल प्रयागराज बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में UPSC की कठिन परीक्षा को पार करने की प्रेरणा दी है…
उनकी सफलता यह संदेश देती है कि कड़ी मेहनत और सही दिशा में प्रयास करने से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है…शक्ती ने अपने संघर्ष, समर्पण और निरंतर प्रयासों से यह साबित कर दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं..