छत्रपति शिवाजी के सेनापति व बलिदानी सैनिकों की पवित्र मिट्टी का आगमन आज
छत्रपति शिवाजी के सेनापति व बलिदानी सैनिकों की पवित्र मिट्टी का आगमन आज
- निकाली जाएगी भव्य कलशयात्रा, होगा सांस्कृतिक कार्यक्रम : वीरेन्द्र नाथ उपाध्याय
प्रयागराज। छत्रपति शिवाजी महाराज के सेनापति बाजीराव देशपांडे व 300 सैनिकों के त्याग व बलिदान से रक्तरंजित पावन खिण्ड की पवित्र मिट्टी का आगमन 14 अक्टूबर को प्रयागराज में होगा।
क्रीडा भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष वीरेन्द्र नाथ उपाध्याय ने बताया कि सिविल लाइंस स्थित सुभाष चंद्र बोस चौराहा पर दोपहर तीन बजे पवित्र मिट्टी के आगमन के पश्चात पवित्र मिट्टी वाहनों के काफिले के साथ ’जय भवानी जय शिवाजी’ के नारों के साथ भव्य कलशयात्रा रवाना होगी। यह कलश यात्रा मेडिकल कॉलेज चौराहे से होते हुए, सीएमपी डिग्री कालेज होते हुए बालसन चौराहा,शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क पहुंचेगी, जहां पर क्रीड़ा भारती मातृ शक्ति द्वारा कलशयात्रा का भव्य स्वागत होगा। इस दौरान पवित्र मिट्टी के पूजन का कार्यक्रम होगा।
शूरवीरों के पराक्रम और शौर्य को नागरिकों के समक्ष रखने का प्रयास
पावन खिंड वह पवित्र स्थान है, जहां पर शिवाजी के वीर सैनिकों ने 52 किलोमीटर की दूरी तय करके मातृ भूमि की रक्षा के आदिल शाह की विशालकाय सेना से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
शहीद स्मारक के ट्रस्टी विजय शंकर जी द्वारा पवित्र मिट्टी को प्रयाग महानगर क्रीड़ा भारती कार्यकरिणी एवं नगर प्रमुख गणेश केशरवानी को सौपीं जाएगी। उन्होंने कहा कि शहीद चंद्रशेखर आजाद के बलिदान स्थल की मिट्टी क्रीड़ा भारती मातृ शक्ति कार्य कार्यकरिणी एवम द्वारा सोनभद्र में होने वाले काशी प्रांत के पावन खिंड दौड़ के लिए श्विजय शंकर एवं सनोज तिवारी को सौंपी जाएगी। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले शूरवीरों की शौर्य गाथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम के तहत इस कलश यात्रा का आयोजन किया गया है। साथ ही ये जानकारी भी दी गई कि सजीव हाथी, घोड़ों आदि के साथ काशी में छत्रपति शिवा जी महाराज के जीवन पर आधारित ’जाडता राजा’ महानाट्य का मंचन भी नवंबर माह में किया जाएगा। इसके माध्यम से अपने शूरवीरों के पराक्रम और शोर्य को भारत के नागरिकों के समक्ष रखा जाएगा।
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