Zero Road: ऐसी सड़क जिसका नाम किसी नेता,अभिनेता पर नहीं बल्कि ‘जीरो’ है,जानिए ऐसा क्यों?

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  • ज़ीरो रोड पुराने शहर में स्थित एक सड़क
  • कहानी ‘ज़ीरो रोड’ की
  • वास्तविक नाम केपी कक्कड़ मार्ग

Zero Road Prayagraj: समान्य तौर पर किसी भी शहर में सड़क का नाम किसी समाजवादी,सेनानी,अभिनेता,नेता और शहीदों के नाम पर होती है लेकिन प्रयागराज पुराने शहर में एक सड़क का नाम ऐसे लोगों पर न होकर के बल्कि ज़ीरो रोड (Zero Road) है.
ज्यादातर लोगों को ये नहीं मालूम होता कि आखिर इस सड़क को ज़ीरो रोड (Zero Road) क्यों कहा जाता है? आप सोच में पड़ गए न? खैर परेशान होने की कोई बात नहीं “ApnaPrayagraj.com”लेकर आया है इसका जवाब और साथ में ही ज़ीरो रोड (Zero Road) से जुड़ी अलग-अलग कहानियां….
अंग्रेज़ों के समय में दूरी ‘मील’ में तय की जाती थी.यह शहर का मध्य भाग यानी के बीचोबीच होने के कारण उस समय इस सड़क पर एक मील का पत्थर लगाया गया था वो था’ज़ीरो’ मील का पत्थर….

यहीं से शहर की परिधि का सीमांकन किया जाता था और तो और प्रयागराज से दूसरे शहर की दूरी इसी ज़ीरो मील पत्थर (Zero Meal Milestone) से निर्धारित की जाती थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की आज़ादी के बाद इस सड़क का नाम इलाहाबाद नगर पालिका( Municipal Board) के अध्यक्ष रहे के.पी. कक्कड़ के नाम पर कर दिया गया लेकिन यह सड़क अपने पुराने नाम ‘जीरो रोड’ से ही प्रचलन में रही.

जीरो रोड (Zero Road) नाम को लेकर दूसरे प्रचलित किस्से

लोगों का मानना था कि 82.5 पूर्वी रेखांश प्रयागराज के इसी स्थान से होकर गुजरती है जहां से भारतीय मानक (Indian Standard) समय तय होता है. दरअसल इस रेखा को जीरो की मान्यता दी जाती है और शायद इसीलिए इस सड़क का नाम जीरो रोड पड़ गया.

एयू के भूगोल विभाग के प्रोफेसर डॉ. एस.आर. सिद्दीकी के अनुसार 82.5 पूर्वी रेखा शहर के पूर्व दिशा में करीब 40 किलोमीटर दूर से गुजरती है और इसका संबंध ज़ीरो रोड से नहीं है.

कहां से शुरु होती है प्रयागराज की ‘जीरो रोड’ (Zero Road) ?

ज़ीरो रोड चौक इलाके में है.शहर के घंटाघर (Clock Tower) के ठीक पहले पुलिस चौकी के पास से शुरु होती है. इसी रोड पर ज़ीरो रोड बस अड्डा,अजंता,रूपबानी,चंद्रलोक जैसे पुराने सिनेमा हाल है. हालांकि ये सिनेमा हाल वर्तमान में संचालित नहीं हो रहे बल्कि शॉपिंग काम्प्लेक्स के रूप में तब्दील हो चुके हैं.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश, मिर्जापुर आदि के लिए बसें मिलती हैं.

डाउन टू अर्थ पर्सनालिटी सर सुंदरलाल

 

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