इलाहाबाद प्रयागराज संगम पर शायरी – काश बिछड़ जाता तेरी यादों से, किसी कुंभ के मेले में

0
कुंभ-पर-शायरी-काश-बिछड़-जाता-तेरी-यादें-से-किसी-कुंभ-के-मेले-में

अगर आप प्रयागराज पर कैप्शन, शायरी और  स्टेटस खोज रहे हैं तो आपा सही पते पर आएं हैं……पेश है संगम शहर पर कुछ चुनिंदा पंक्तियां….Allahabad Shyari, Sangam Par Shayari, Kumbh Par Shayari, Prayagraj Status

 

  •  ”कभी दबा कुचला इलाहाबाद था आज महाकुंभ का आगाज हूं मैं

आओ देखो हिंदुओं मेरा वैभव, फिर से तुम्हारा प्रयागराज हूं मैं”

 

  • फिर संगम के घाट पे भई भक्तन की भीड़ सन्यासी डुबकी भरै
    कुंभ लगे नदियों के तीर

 

  • कुंभ अध्यात्म और आस्था का संगम है
    जैसे गंगा, यमुना और सरस्वती कां संगम है

वो प्रयागराज सी बदल गई मगर – Prayagraj Shayari | इलाहाबाद पर शायरी

  • माना कि शहर तुम्हारा खूबसूरत है..मगर वह प्रयागराज तो नहींलाख खूबसूरत हो तुम्हारा शहर, वो प्रयागराज तो नहीं हो सकता ना

आप पढ़ रहे हैं संगम पर चुनिंदा शायरी….Prayagraj Shayari Quotes, Prayagraj Status

  • यह सागर हैआस्था का, यह संगम है विश्वास का..यह कुंभ है एकता है

 

  • कितनी दफा सुबह को मेरी तेरे आंगन में बैठे मैंने शाम किया

प्रयागराज का इकलौता बिना मूर्ति वाला मंदिर

  • पूरी दुनिया घूमने का क्या फायदा अगर कुंभ का मेला नहीं देखा

 

  • प्रयागराज यहां रहने वालों से ज्यादा लोग यहां नहाने आते हैं

 

कुंभ-पर-शायरी-काश-बिछड़-जाता-तेरी-यादें-से-किसी-कुंभ-के-मेले-में

काश बिछड़ जाता तेरी यादों से, किसी कुंभ के मेले में

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed