Lok Sbha Chunav:इलाहाबाद लोकसभा सीट पर सियासी परिवारों की अग्नि परीक्षा
इलाहाबाद लोकसभा सीट (Allahabad Lok Sbha Seat) पर सियासी परिवारों की अग्नि परीक्षा
देश में आम चुनाव का आगाज हो चुका है. पहले चरण की वोटिंग भी हो चुकी है. दूसरे फेज का मतदान 26 अप्रैल को होना.इलाहाबाद में लोक सभा चुनाव की वोटिंग छठवें चरण में 25 मई को होना है. 2024 के आमचुनाव 7 फेज में संपन्न होगा.सारे चरणों की काउंटिंग एकसाथ 4 जून 2024 को होगी.
जैसे जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही वैसे-वैसे सभी दल अपने-अपने पत्ते खोलने शुरु कर दिए हैं.
इलाहाबाद लोक सभा सीट पर BJP ने नीरज त्रिपाठी, कांग्रेस ने सपा से आए उज्ज्वल रमण सिंह को उम्मीदवार बनाया है. नीरज BJP के कद्दावर नेता रहे पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी (Keshari Nath Tripathi) के बेटे हैं तो उज्जवल के पिता रेवती रमण सिंह (Rewati Raman Singh) इलाहाबाद से दो बार सांसद रहे. इसके अलावा उनका क्षेत्र के लोगों के बीच चार दशक से मजबूत दखल है.प्रयागराज लोकसभा सीट Prayagraj Lok Sbha Seat
राजनैतिक विरासत को बढ़ाने की लड़ाई
गौरतलब है कि नीरज त्रिपाठी इलाहाबाद हाईकोर्ट में एडिशनल एडवोकेट जनरल रहे हैं.वह राजनीति में सक्रिय नहीं रहे हैं. जबकि नीरज के पिता का प्रदेश राजनीति में बड़ा नाम रहा है. वह उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और तीन बार यूपी विधानसभा स्पीकर रहे हैं.वहीं राजनीति के खिलाड़ी रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल सिंह करछना से विधायक रह चुके हैं.
इस तरह से यह लोकसभा 2024 चुनाव इलाहाबाद में दो सियासी परिवारों का होने से भी दिलचस्प हो गया है. ऐसे में सभी की नजर बसपा पर है बसपा ने अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. हालांकि, बसपा की ओर से पिछड़ी जाति से उम्मीदवार बनाए जाने की बात कही जा रही है. यदि ऐसा हुआ तो बहुकोणीय होने के साथ इस चुनाव में भाजपा एवं इंडिया गठबंधन के पिछड़ी जाति के नेताओं के साथ ही सियासी परिवारों की भी परीक्षा होगी. एक तरफ भाजपा के कद्दावर नेता केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे हैं तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता रहे रेवती रमण सिंह के बेटे चुनावी मैदान में हैं. दोनों के ही अपने राजनैतिक विरासत है.प्रयागराज का सांसद कौन है ? Who is the MP of Prayagraj?
ऐसे में यह चुनाव न सिर्फ कांग्रेस,भाजपा का है बल्कि प्रयागराज में यह चुनाव दो सियासी परिवारों की अग्नि परीक्षा भी है. यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि प्रयागराज की जनता किसके सिर ताज सजाएगी……?
आपको बता दें कि इलाहाबाद सीट सीट पर ब्राह्मण और भूमिहार मतदाताओं की निर्णायक भूमिका मानी जाती है.इलाहाबाद और फूलपुर लोकसभा सीट से इन प्रत्याशियों पर पार्टियों ने चला है दांव
वहीं, पिछड़ों में निषाद, कुर्मी मतदाताओं की भी संख्या अधिक है. इस लोकसभा क्षेत्र में कोल मतदाताओं की भी बड़ी संख्या है. हालांकि, चुनावों में इस सीट पर अगड़ी जाति के नेताओं का ही वर्चस्व रहा है. इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि अब तक सभी चुनावों में अगड़ी जाति के नेता ने ही जीत हासिल की है.
जब इलाहाबाद से चुने गए एक ही पार्टी के 3 सांसद